भारत पाकिस्तान मैच होने का इशारा बस इसी ओर है कि हमारी सरकार ओर BCCI ने उन शहीदों को भुला दिया है जिन्होंने अपनी जानें पहलगांव अटैक में गवा दीं।
लोगों को चाहिए कि वो इस मैच को न देखें और देश के साथ खड़े रहें, BCCI का यह कह देना कि बस यह तो एक मैच है , यह साबित करता है कि जो देश की सीमा खड़े हैं उन्होंने एक तरफ से भुला दिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता की सुनवाई भी नहीं की।
उच्च न्यायालय में दायर याचिका में कहा गया कि देशों के बीच क्रिकेट का उद्देश्य सद्भाव और मित्रता दिखाना है। हालांकि कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद जब हमारे लोग शहीद हुए और हमारे सैनिकों ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। इस स्थिति में पाकिस्तान के साथ खेलना विपरीत संदेश देता है कि जहां हमारे सैनिक अपने प्राणों की आहुति दे रहे हैं, वहीं हम उसी देश के साथ खेल का जश्न मना रहे हैं जो आतंकवादियों को पनाह दे रहा है।
सुनने में आ रहा है भारत ओर पाकिस्तान मैच की टिकटें भी नहीं बिक रही हैं इससे यही साबित होता है कि भारत को पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलना चाहिए ।



